मेरा नाम गौरव है और मेरी गर्लफ्रेंड का नाम जूली है।मैं आज आप लोगों के सामने एक सच्ची घटना लेकर आया ह
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम डेविड है, आज मैं आपको अपने जीवन में हुई एक सच्ची घटना के बारे में बताने जा
वो दुल्हन ही क्या जिसके गाल लाल ना होंवो दूल्हा ही क्या जिसके सीने पर बाल ना होंसुहागरात तो कहानी है
हम लोग एक्सप्रेस वे पे पहुँचने के बाद धीरे धीरे अपनी मंज़िल की तरफ जा रहे थे। मेरा दिल अब बेईमान होन
यह बात कोई 6 महीने पहले की है लेकिन है बिल्कुल सच्ची!मैं किसी काम से मामा के यहाँ गया जो कि शहर में
मैंने भी उसकी इच्छा का पूरा सम्मान किया और जितना हो सके उसकी चूचियों को अपने मुँह में भर लिया और मज़े
मेरा नाम मधु (नाम बदला हुआ) मैं शारीरिक रूप से पुरूष हूँ.. पर मानसिक रूप से पुरूष या महिला हूँ.. इस
मेरा नाम पंकज है, मेरी उमर 38 साल की है, मैं देखने में अच्छा लगता हूँ।बात उन दिनों की है जब मैं 21 स
(गाँव से दिल्ली)प्रेषक : मादरचोदजमुना लाल जी पटना से १२० किलो मीटर दूर बिहार के राजपुर गाँव के हाई स
पिछली कहानी मैं आपने पढ़ा:मेरे घण्टी बजाते ही दरवाज़ा खुला..मुझे ऐसा लगा जैसे माया घंटों से मेरे आने क
मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और पिछले 5 साल से इसकी कहानियां पढ़ रहा हूँ। फिर सोचा कि मैं भी अ
हैलो दोस्तो, जब मैं 21 साल का हुआ.. तब मेरी शादी मुंबई हुई.. मेरी पत्नी का नाम रेशमा है.. शादी के एक
मैं जावेद को उत्तेजित करने के लिये कभी-कभी दूसरे किसी मर्द को सिड्यूस करने लगती। उस शाम तो जावेद में
प्रिया- लेता तो ले लेता.. मगर मेरी चूत की आग तो शान्त हो जाती.. अब पता नहीं दीपक वापस आएगा भी या नही
मेरा नाम विशाल है, मैं गांधीधाम कच्छ का रहने वाला हूँ, अन्तर्वासना का बहुत बड़ा फ़ैन हूँ।मैंने अन्तर्